तुम्हारी आँखों से...!
- RAJ KUMAR PAL
- May 20, 2020
- 1 min read
Updated: May 26, 2022
सफर लहरों का पा करके,
किनारा भूल जाते हैं।
तुम्हारे संग जो बैठें,
तो जीना भूल जाते हैं।
बस इक जाम को पीकर,
मिटा दें जिंदगी हम क्यूँ?
तुम्हारी आँखों से पी लें,
तो पीना भूल जाते हैं।
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